भारत में एक बार फिर से कोरोना वायरस के मामलों में तेजी देखी जा रही है। पिछले 9 दिनों में एक्टिव केसों की संख्या 257 से बढ़कर 3,758 हो गई है, जो लगभग 1300% की वृद्धि दर्शाती है। इस दौरान 21 लोगों की मौत भी हुई है, जिससे इस साल की कुल मौतों की संख्या 28 हो गई है।
1 जून 2025 को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में कुल 3,758 एक्टिव केस हैं। इनमें से सबसे अधिक मामले केरल (1,400), महाराष्ट्र (485) और दिल्ली (436) में दर्ज किए गए हैं। अन्य राज्यों की स्थिति इस प्रकार है:
मौजूदा स्थिति: राज्यवार आंकड़े
- गुजरात: 320
- कर्नाटक: 238
- पश्चिम बंगाल: 287
- तमिलनाडु: 199
- उत्तर प्रदेश: 149
नए वैरिएंट्स: क्या हैं LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1?
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार, देश में ओमिक्रॉन के चार नए सब-वैरिएंट्स की पहचान हुई है: LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1। इनमें से JN.1 सबसे अधिक फैलने वाला वैरिएंट है, जो टेस्टिंग में आधे से अधिक सैंपल्स में पाया गया है।NB.1.8.1 वैरिएंट में A435S, V445H और T478I जैसे स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन पाए गए हैं, जो इसे अन्य वैरिएंट्स की तुलना में अधिक संक्रामक बनाते हैं। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इन वैरिएंट्स को "Variants Under Monitoring" की श्रेणी में रखा है, जिससे संकेत मिलता है कि फिलहाल इनसे घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन सतर्कता बरतना जरूरी है।
सरकार और विशेषज्ञों की सलाह
कर्नाटक सरकार ने भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और स्वच्छता का ध्यान रखने की सलाह दी है। ICMR के निदेशक डॉ. राजीव बहल ने कहा है कि फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्क रहना आवश्यक है।क्या करें और क्या न करें
करें:
- भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें।
- नियमित रूप से हाथ धोएं और सैनिटाइज़र का उपयोग करें।
- बुखार, खांसी या सांस लेने में दिक्कत होने पर तुरंत जांच कराएं।
- बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों का विशेष ध्यान रखें।
न करें:
- अफवाहों पर ध्यान न दें।
- हल्के लक्षणों को नजरअंदाज न करें।
- सार्वजनिक स्थानों पर बिना मास्क के न जाएं